ईशान्य मुंबई, १२ अप्रैल २०१४
मेधाताई पाटकर की संकल्प यात्राओं को ईशान्य मुंबई की मानखुर्द से मुलुंड तक, गरीब बस्तियों से मध्यम वर्ग तक भरपूर समर्थन मिल रहा है। स्वयंस्फूर्त कार्यकर्ताओं के जथे के साथ कडी धूप में चल रही पदयात्रा में न केवल वोट का अपील किया जाता है – बल्कि अपना अमूल्य वोट सोच विचार कर ही डालिये, और जरूर डालिये; यही संदेश दिया जाता है। दिन भर की छोटी-छोटी बैठकें, चौक सभाओं के साथ रात की जनसभा में मुद्दों पर ही चर्चा होती है, और चुनाव प्रचार भी जनजागरण का एक जरिया है, यही साबित हो रहा है।
आज मुलुंड परिसर में मतदारों को संबोधित करते हुए चुनावी राजनीती द्वारा चुनकर आये हुए प्रतिनिधियों का नहीं, बल्कि राजनीती का विकेंद्रीकरण करते हुए हम जननीती लाना चाहते है, यह मेधा पाटकर जी ने दोहराया। संसद सही रूप में ‘जन मंच’ बने इसलिये लोगों की सहभागिता निर्णय प्रक्रिया में होना जरूरी है इस बात पर उन्होने जोर दिया। यह हासिल करने के लिये गाव सभा, वॉर्ड सभा, बस्ती सभा सशक्त और सक्रिय बने; स्थानीय स्तर पर निर्णय प्रक्रिया में शामिल हो कर हर नागरिक लोकतंत्र में अपनी सहभागिता ले और बस्ती सभा एक मिनी-पार्लमेंट ही बने, तभी लोकतंत्र सही रूप में साकार होगा, यह बात मेधाताई ने मतदारों से अपील करते हुए स्पष्ट की।
‘आप’ ने लाया भ्रष्टाचार का मुद्दा राष्ट्रीय अजेंडे पर
आज चुनाव प्रचार में भ्रष्टाचार का मुद्दा सबसे अहम् मुद्दा बन गया है। सभी राजनीतिक दल भ्रष्टाचार पर बात कर रहे है, दूसरे पक्षों के भ्रष्टाचार पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहें हैं। लेकिन एक समय ऐसा था कि सभी राजनीतिक दल इस विषय पर चुप्पी साधें बैठें थे। इसकी वजह यह थी कि सभी दल भ्रष्टाचार में शामिल थे। एक तरफ कॉन्ग्रेस-राष्ट्रवादी का भ्रष्टाचार तो दूरसी तरफ जहाँ भाजपा का राज है वहाँ उनका भ्रष्टाचार! इनके भ्रष्टाचारों की पोल खोल तो हम जनआंदोलनोंने, आम आदमी पार्टी ने की चाहे वह सिंचाई घोटाला हो या सहकार घोटाला; चाहे वह आदर्श-लवासा हो या हिरानंदानी! सभी बडे राजनीतिक दलों की और राजनेताओं की सांठ-गांठ रही है बिल्डरों से, कार्पोरेटों से। इसी लिये ‘तेरी भी चुप – मेरी भी चुप’ चल रहा था। भ्रष्टाचार की पोल-खोल तो हमने की। भ्रष्टाचार रोकने के लिये कडे कानून के रूप में ‘जनलोकपाल विधेयक’ की माँग ले कर राष्ट्रीय स्तर पर जागरण किया, मंथन किया, और भ्रष्टाचार का मुद्दा राष्ट्रीय चर्चाविश्व में प्राथमिकता से उभरा। आज जो अन्य राजनीतिक दल भ्रष्टाचारविरोध के मुद्दे पर बोल रहे है, उनका असली रूप जानना जरूरी है। – यह बात मतदारों के सामने रखते हुए, ईशान्य मुंबई के एम.पी. संजय दिना पाटील जी के पांच साल का सही हिसाब किताब भी हम जनता के सामने रखेंगे जरूर, यह मेधा पाटकर जी ने जाहीर किया।
अण्णा हजारे जी के समर्थन का स्वागत
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता तथा भ्रष्टाचारविरोधी, जनलोकपाल जनआंदोलन के नेता अण्णा हजारे जी ने जाहीर किये समर्थन का हम स्वागत करते है। स्वच्छ चरित्र रखनेवाले उम्मीदवार को वोट देने का अण्णाजी का आवाहन महत्वपूर्ण है और मतदारों ने उसका आदर करते हुए अपना अमूल्य वोट सही उम्मीदवारोंको देना चाहिये ऐसा हम आग्रह रखते है। आम आदमी पार्टी के ‘झाडू’ चिन्ह पर सामाजिक कार्य का बडा पूर्वानुभव रखनेवाले कईं सच्चे, प्रामाणिक कार्यकर्ता चुनाव में उतरे है, उन्हें भी अण्णा जी का समर्थन मिलेगा ऐसी आशा हम करते है। राजनीतिक दलों के संदर्भ में अण्णा जी की भूमिका के बावजूद, आनेवाले समय में अधिक सुस्पष्ट राजनीतिक भूमिका के साथ अण्णा जी सामाजिक कार्य के और मुद्दों के आधारपर हमें समर्थन देंगे ऐसी आशा मेधाताई पाटकर ने जताई है।
अयोध्या सर्व-धर्म समभाव की भूमि
इस प्रचार अभियान के दौरान कल रात मानखुर्द – शिवाजीनगर में अपनी बात रखते हुए मेधा पाटकर जी ने कहा कि अयोध्या यह सदियों से सर्वधर्म समभाव की भूमी रही है। हमारे देश और समाज की बहुविध, सर्वधर्म समभावी संस्कृति खत्म करने की चाह रखनेवालों का षड्यंत्र हम कभी सफल नहीं होने देंगे।